भारत एक कृषि प्रधान देश है यहाँ कि जनसंख्या 80 प्रतिशत कृषि पर निर्भर है परन्तु पिछले चार महीनों में हमारी दुनिया एकदम बदल गई। हजारों लोग की जान चली गयी और लाखों लोग बीमार पड गये। इन सब पर कोरोना का कहर टूटा है जो इस वायरस से बचे हुए उनका जीवन विकट समस्याओं से घिरा हुआ है। लोग गलत मानसिकता, भुखमरी, गरीबी एवं बेरोजगारी, निर्धनता के शिकार हो रहे है। यह वायरस पहली बार चीन के वुहान शहर से दिसम्बर 2019 में सामने आया। इस वाॅयरास के सामने आने के पश्चात् दुनिया में सब कुछ उलट-पुलट हो गया और लोग अपना जीवन भय से जीवनयापन करने लगे। देश में कोरोना महामारी से लाॅकडाउन के कारण नाई की दुकान, मोची, पान की दुकान व कपडे की दुकानें, रेहडी-पटरी वालों की आजीविका पर सबसे ज्यादा असर पडा। इन समस्याओं को खत्म करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत एक नई योजना की घोषणा की। इस योजना का नाम पीएम स्वनिधि योजना रखा। इसके अन्तर्गत रेहडी-पटरी वालों को 10,000 रू0. का लोन दिये जाने की घोषणा की गई है जिससे आत्मनिर्भर भारत अभियान को गति मिलेगी। कोरोनावाॅयरस के कारण पूरे देश में लाॅकडाउन किया गया जिसके कारण देश के सूक्ष्म, लघु तथा मध्यम उद्योगों, श्रमिकों, मजदूरों और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस योजना के तहत आर्थिक पैकेट की घोषणा की गयी।